
नागौर जिले के पंचायत समिति भेरूंदा के ग्राम पंचायत मेवड़ा में श्री ठाकुर जी चारभुजा डोली मंदिर की 23.91 हैक्टर यानी करीब 147 बीघा 5 – बिस्वा जमीन को लेकर विवाद त फिर गहरा गया है। यह जमीन पहले मंदिर के नाम दर्ज थी। अब यह खातेदारों के नाम हो गई है। भाजपा नेता सुरेश मेवड़ा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ज्ञापन देकर आपत्ति जताई है। उन्होंने जमीन को फिर से मंदिर के एनाम दर्ज करने की मांग की है।

सुरेश मेवड़ा ने बताया कि वर्तमान खसरा संख्या 106, 121, 129, 134, 228, 264,530,
531,619, 657,658,665, 674 और पुराने खसरा नंबर 564, 84, 98, 100/1/1, 182, 215, 514, 542, 556, 96, 459, 460, 565 हैं। सेटलमेंट के समय यह जमीन मंदिर के नाम थी। अब यह खातेदारों के नाम हो गई है। उन्होंने कहा कि मंदिर की मूर्ति नाबालिग मानी जाती है।उसकी संपत्ति का हस्तांतरण नहीं हो सकता। इसके बावजूद कुछ लोग इस पवित्र भूमि को खुर्द करने में लगे हैं। उन्होंने बताया कि पहले भी इस जमीन का कुछ हिस्सा बेचा जा चुका है।तहसीलदार ने उसकी रजिस्ट्री करवा दी थी। इस पर उन्होंने मुख्यमंत्री, अजमेर संभागीय आयुक्त, नागौर कलेक्टर, डेगाना एसडीएम और तहसीलदार को जानकारी दी थी। इसके बाद प्रशासन ने इस भूमि पर मंदिर की संपत्ति का नोट लगवा दिया। अब इस पर कोई रजिस्ट्री या बेचान नहीं हो सकेगी। सुरेश मेवड़ा ने कहा कि पूर्व में बिना जांच के जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई थी। अब फिर से मंदिर की 147 बीघा 5 बिस्वा जमीन को मंदिर के नाम दर्ज किया जाए। उन्होंने चेताया कि यदि समय रहते संरक्षण नहीं हुआ तो भविष्य में मंदिर की जमीन नाम मात्र रह जाएगी। साथ ही पूर्व में हुई बेचान की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब 14 जुलाई 2025 को एसडीएम ने इस भूमि पर नोटिस लगाया, तो उससे पहले जब जमीन बेची जा रही थी, तब पटवारी और तहसीलदार किस आधार पर रजिस्ट्री करवा रहे थे। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में बेचान होने के बावजूद पटवार सर्कल से लेकर तहसील ऑफिस तक म्यूटेशन भी कर दिया गया। यह भी कहा कि तहसीलदार की भूमिका पर सवाल उठते हैं।


Author: Aapno City News
