
कथा में मां सती की जीवंत झांकी रही मुख्य आकर्षण।
जीवन में शिव महापुराण कथा अवश्य श्रवण करें।
फुलेरा (दामोदर कुमावत) कस्बे की सियाराम बाबा की बगीची के पास नोदल भवन पर परम ब्रह्म भगवान शिवजी की असीम कृपा से संगीतमय श्री शिव महापुराण कथा गुरुवार को प्रयागराज से पधारे, व्यास पीठ से पं. कृष्ण देव महाराज ने शिव पुराण कथा में दान की महिमा बताते हुए कहा कि दान सदैव सुपात्र को करना चाहिए।

तथा भोजन पर सबका अधिकार है चाहे वह किसी भी समाज का हो। कथा में मानसिक सृष्टि का वर्णन, मथुनी सृष्टि के लिए दाहिने भाग, मनु बांये भाग से शत्रुता को प्रकट किया। तथा भगवान शंकर का प्रजापति दक्ष की कन्या सती के साथ विवाह हुआ। इस मौके पर माता सती कीभव्य जीवंत झांकी सजाई गई, इस दौरान उपस्थित मातृशक्ति ने बढ़ चढ़कर भाग लेते हो दान पुण्य किया।कथा में आज गोस्वामी तुलसीदास जी की जयंती मनाते हुए,

व्यास पीठ से पं. कृष्ण देव ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें उनके बताएं सद् मार्ग पर चलना चाहिए, उन्होंने श्री राम चरितमानस की रचना हमें सफल जीवन की कुंजी दी है।इस मौक पर व्यास पीठ से कृष्ण देव महाराज के संगीत मय कथा पर श्रद्धालु झूम उठे।

नोदल परिवार की ओर से आयोजित शिव पुराण कथा में सैकड़ो नर नारी उपस्थित होकर धर्म लाभ उठाया। इस अवसर पर श्रवन लाल नोदल ,एमपीएस धन्नालाल नोदल, रमेश नोदल, रामगोपाल शर्मा सहित परिवारजनों एवं कस्बे के गणमान्य श्रद्धालु भक्त गण उपस्थित रहे।


Author: Aapno City News
