
फुलेरा (दामोदर कुमावत) कस्बे के श्रीरामनगर स्थित दादू आश्रम पर श्री चातुर्मास सत्संग ज्ञान यज्ञ जारी समारोह में सोमवार को श्रीमद् दादू वाणी एवं भक्त माल कथा के दौरान बड़ी संख्या में पधारे नर नारी श्रद्धालुओं को आश्रम महंत संगीताचार्य संत रामप्रकाश स्वामी ने प्रवचन के दौरान बताया कि”दादू डोरी हरि के हाथ है गल माही मेरे बाजीगर का बांदरा भावे तहां फेरे”स्वामी जी ने बताया कि दादू जी कहते हैं कि कर्म रूपी संस्कारों की डोरी इस जीव के गले में पड़ी हुई है।

जिस प्रकार वानर को बाजीगर अपने हुकुम से इधर-उधर ना चाहता है वैसे ही बाजीगर रूपी परमात्मा भी इस बंदर रूपी जीव को अपने आदेश से उसकी करणी अनुसार इस जीव को ना चाहते हैं। आश्रम प्रबंधक धर्मदास स्वामी ने बताया

कि चातुर्मास कार्यक्रम के दौरान संत रामप्रकाश स्वामी केसानिध्य में रविवार को व्यास पीठ पूजा व भंडारे की सेवा जयपुर निवासी श्रीमती रुक्मिणी देवी, भगवान दास स्वामी व ठाकुर सा.श्रीमती बाबोसा के द्वारा की गई। महा आरती के पश्चात प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर दर्जनों नर , नारियां एवं श्रद्धालु भक्त उपस्थित थे।


Author: Aapno City News
