नोदल भवन पर शिवपुराण कथा में नवम दिवस द्वादश ज्योतिर्लिंग का महात्यम।


कथा में की शिव-पार्वती व विष्णु -लक्ष्मी जी की जीवंत झांकी रही मुख्य आकर्षण।
शिव पुराण कथा सुनने से मिलती है पापों से मुक्ति: कृष्ण देव
फुलेरा (दामोदर कुमावत) कस्बे की सियाराम बाबा की बगीची के पास नोदल भवन पर परम ब्रह्म  भगवान शिवजी की असीम कृपा से संगीतमय श्री शिव महापुराण महात्यम कथा मंगलवार को  प्रयागराज से पधारे पं. कृष्ण देव  महाराज ने अष्टम दिवस पर शिव महापुराण कथा महात्यम में भैरव कथा, समुद्र मंथन और हलाहल को शिव का पीना कंठ नीला होने पर नीलकंठ नाम हुआ, महर्षि दधीचि के दान की कथा, पीपलादी ऋषि उत्पन्न होने की कथा,

भगवान शिव का अवधूत अवतार, तथा भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों का विस्तार से वर्णन, शिशु उत्पन्न का वर्णन, 9 दिन कथा सुनने पर उपस्थित श्रद्धालुओं को कथा के माध्यम से प्रभु स्मरण के लिए प्रेरित करना उपस्थित श्रद्धालु भक्तों माता बहनों महानुभावों ने हाथ उठाकर भगवत स्मरण का स्वीकार किया।

जबकि मुख्य यजमान रमेश  नोदल ने पंडाल में उपस्थित जनसमूह को कथा समापन के पश्चात गुरुवार को सामूहिक भंडारा में प्रसादी ग्रहण करने का आग्रह करते हुए कहा कि यहां  उपस्थित जन समूह श्रद्धालु भगतगण गुरुवार को सांय भंडारे में प्रसादी अवश्य लें तो मैं आप सभी का आशीर्वाद मानुंगा।

व्यास पीठ से कथा वाचन पंडित कृष्ण देव ने कथा समापन पर फुलेरा कस्बे के कल्याण की कामना की। महा आरती के पश्चात सभी को प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर श्रवन लाल नोदल , एमपीएस धन्नालाल नोदल, रमेश नोदल सहित परिवारजनों एवं रामलीला निदेशक राजेश शर्मा ,आर्टिस्ट रूप कुमावत, गणपत लाल कुमावत रामगोपाल शर्मा , मोहनलाल नेमीवाल, कार्तिक कुमावत, अर्पित अग्रवाल सहित कस्बे के गण मान्य श्रद्धालु नर नारी भक्त गण उपस्थित रहे।

Aapno City News
Author: Aapno City News

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