डीएमएफटी की बैठक का बहिष्कार



विधायक राठौड़ और माहेश्वरी ने राज्य सरकार के दबाव में पैसा लुटाने का लगाया आरोप

राजसमंद। कुंभलगढ़ विधायक सुरेंद्र सिंह राठौड़ और राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने जिला कलेक्ट्री में आयोजित डीएमएफटी की बैठक का बहिष्कार करते हुए अधिकारियों पर राज्य सरकार और उसके मंत्रियों के दबाव में काम करने का आरोप लगाया।



राठौड़ और माहेश्वरी ने कहा की पुराने कार्य तो पूरे हुए नहीं, फिर से नए कार्यों की स्वीकृति का क्या फायदा। राज्य सरकार के इशारे पर डीएमएफटी का धन व्यर्थ में लुटाया जा रहा है। जिन विधानसभाओं में जरूरत है और कार्य स्वीकृत है, वहां न तो कार्य हो रहे हैं न वित्तीय आवंटन हों रहा है।

दोनो ने संयुक्त बयान में कहा की ऐसे में बैठके करने और उसमें सम्मिलित होने का कोई औचित्य नहीं है। जहां भाजपा के विधायक है उन विधानसभाओं के साथ भेदभाव किए जा रहा है। पिछले वर्षों के आंकड़े इसका प्रत्यक्ष उदाहरण हैं। जनता के साथ, कांग्रेस द्वारा अपनाई गई भेदभाव की यह नीति उनकी संकुचित मानसिकता को उजागर करती है।

राठौड़ ने कहा की डीएमएफ़टी मैं 80 करोड़ की लायबलिटी बाक़ी हैं, सरकार चुनाव के चक्कर में 300-400 करोड़ के काम अनुमोदन करके वोट लेने का काम कर रही हैं। अभी तक जीसी-9 से जीसी-14 तक कुम्भलगढ़ विधानसभा में 152 करोड़, राजसमंद विधानसभा 227, भीम विधानसभा 288 करोड़, और नाथद्वारा विधानसभा में 523 करोड़ के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। ऐसा भेदभाव क्यों किया गया, जबकि भाजपा सरकार में 5 वर्षों में बराबर कार्य दिये गये थे ।
विभागों की समीक्षा करने पर पाएंगे की सभी विभागों की लगभग 30-40 प्रतिशत ही प्रोग्रेस हैं, 2019 के कार्य भी पूर्ण नहीं हुए हैं तो पैसा नहीं होने के बावजूद ये स्वीकृतियाँ क्यों निकाली जा रही हैं।

Aapno City News
Author: Aapno City News

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