कृष्ण कांत सनाढय
श्री विशाल बावा ने तिलकायत श्री की ओर से श्री भारत भूषण व्यास को प्रदान किया नियुक्ति पत्र।
नाथद्वारा वल्लभ सम प्रदाय की प्रधान पीठ पुष्टिमार्ग मे अपने आरंभ से ही अपने प्रभु व उनके भक्तों के सुखार्थ व आनंद हेतु सदैव सजग रहा है। राग, भोग एवं श्रृंगार के इस अतुलनीय सेवा क्रम एवं वैष्णव जन के सुगम दर्शन के हेतु सदैव से ही एक कुशल अधिकारी की आवश्यकता रही है जो बाह्य सेवा देते हुए प्रभु के सेवार्थ सारी व्यवस्थाएं देख सके।
सर्वप्रथम परम दयाल श्री गुंसाई जी की आज्ञा से कृष्णदास जी प्रभु के अधिकारी जी के रूप में नियुक्त किए गए जिस परंपरा का निर्वहन आज भी निर्बाध रूप से हो रहा है। आज एक बार पुनः पुष्टिमार्ग प्रधान पीठ एक ऐतिहासिक मुकाम पर आ पहुंची है जिसमें *श्रीमद् वल्लभाचार्य जी स्वरूप श्रीमान 108 गोस्वामी तिलकायत श्री इंद्रदमन जी महाराज श्री (श्री राकेश जी बावा साहेब) एवं श्री गुंसाई जी स्वरूप श्रीमान 105 गोस्वामी श्री विशाल बाबा साहब के आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन* में श्रीजी सुखार्थ एवं वैष्णव जन सुखार्थ निकुंज नायक की हवेली की व्यवस्थाओं में अधिक रचनात्मकता एवं सुधार हेतु चीफ एडमिनिस्ट्रेटर (मुख्य प्रशासक) के नवीन पद का सृजन किया गया है जिनका मुख्य उद्देश्य नवीन विचारों एवं प्रयासों द्वारा श्रीजी एवं वैष्णव जन के हितार्थ नंदालय के संचालन का होगा। प्रभु के आशीर्वाद से सृजित इस नए पद पर सुशोभित होंगे *श्रीमान भारत भूषण व्यास* जो भारत सरकार के एक सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी हैं।
प्रभु श्रीजी जो चराचर जगत के अधिपति हैं उनके हवेली के प्रशासन का कार्य तनिक भी सहज नहीं है किंतु श्रीमान हुजूर के आशीर्वाद के प्रताप से भारत भूषण जी व्यास इस महत्वपूर्ण पद के लिए सर्वथा उपयुक्त हैं।
मेवाड़ की इस पवित्र धारा के सुपुत्र श्री भारत भूषण जी ने 38 वर्षों तक भारत सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, चाहे लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में ट्रेनिंग में स्वर्ण पदक प्राप्त करना हो या फिर जम्मू कश्मीर सरकार में अत्यंत संवेदनशील पदों पर कार्य करना हो या संयुक्त राष्ट्र में भारत की ओर से कई महत्वपूर्ण विभागों की अध्यक्षता का कार्य हो , श्रीमान व्यास ने हर अवसर पर स्वयं के प्रशासनिक कौशल का लोहा मनवाया है।
जम्मू कश्मीर राज्य के मुख्य सचिव के रूप में, भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र के इंफ्रास्ट्रक्चरल विकास के सीईओ पद के रूप में, श्रीमाता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ के रूप में एवं श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीईओ के रूप में श्री व्यास ने सदैव अनुकरणीय कार्य किए हैं जो आज भी कई युवा प्रशासनिक अधिकारियों के लिए एक उदाहरण के रूप में विद्यमान है। श्री भारत भूषण जी के कुशल प्रशासन की यात्रा यहीं समाप्त नहीं होती, वर्ष 2018 में भारत सरकार द्वारा इन्हें केंद्रीय सिविल सर्विस कमीशन का सदस्य नियुक्त किया गया जहां उनके द्वारा वर्ष 2022 तक सेवाएं प्रदान की गई। अपने 38 वर्ष के इस ऐतिहासिक कार्यकाल में श्रीमान भारत भूषण जी व्यास ने अपनी आर्थिक, प्रशासनिक एवं कूटनीतिक नीतियों से राष्ट्र की श्रेष्ठतम सेवा की है और इसी अनुभव को लेकर, मेवाड़ की धरती के यह लाल निकुंज नायक प्रभु गोवर्धन नाथ जी की सेवा के लिए तत्पर हैं जहां प्रभु के आशीर्वाद के साथ ही श्रीमान हुजूर के अनुभव व श्री बावा साहेब के नवीन विचारों का भी साथ इन्हें प्राप्त होगा एवं यह त्रिवेणी पुष्टिमार्ग के उत्थान व विकास की यात्रा को एक ऐतिहासिक दिशा प्रदान करेंगी यही प्रभु से प्रार्थना है। इस नवीन पद के सृजन के कारणों के परिप्रेक्ष्य में देखें तो प्राचीन काल से ही कृष्ण दास जी के भाव से अधिकारी के पद की परंपरा रही है किंतु वर्ष 1959 में एक ऐतिहासिक परिवर्तन के साथ श्रीनाथजी टेंपल बोर्ड एक्ट पारित किया गया जिसमें तत्कालीन तिलकायत नित्य लीलास्थ गोस्वामी तिलकायत श्री गोविंद लाल जी महाराज श्री की अध्यक्षता में एक बोर्ड का गठन किया गया एवं राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में मुख्य निष्पादन अधिकारी के पद का सृजन किया गया वर्तमान समय तक राज्य सरकार के कई अफसरों द्वारा इस पद पर कार्य किया गया जिस दौरान कई कार्य मंदिर के विकास हेतु किए गए किंतु वे वर्तमान परिवेश में नाकाफी है कई बार मंदिर प्रशासन एवं अधिकारियों के मध्य मतभेद भी हुए जहां अधिकारियों द्वारा पुष्टिमार्ग के मूलभूत सिद्धांतों से समझौते करने के अनाधिकार प्रयत्न किए गए एवं इन कार्यों से मंदिर एवं पुष्टिमार्ग के विकास की गति अवरुद्ध हुई अतः मंदिर, वैष्णव जन एवं पुष्टि मार्ग के सर्वांगीण विकास हेतु अधिक रचनात्मक एवं सक्षम पद का सृजन किया गया है !