मेड़ता , 11 सितम्बर | मानव जीवन की सर्वश्रेष्ठ पूँजी आरोग्यता यानि स्वस्थ स्वास्थ्य है |
बच्चों के बचपन से ही आरोग्यता वृद्धि के लिए पुष्य नक्षत्र पर नगर में जन्म से 15 वर्ष तक के बच्चों को आज आरोग्यम क्लीनिक पर रोगप्रतिकारक क्षमता बढाने हेतु आयुर्वेद टीकाकरण स्वर्ण प्राशन संस्कार शिविर का निशुल्क आयोजन किया गया |
जिसमें 21 बच्चों ने स्वर्ण प्राशन दवा गटकी |
शिविर आयोजक चिकित्सक हिमान्शु उपाध्याय ने बताया कि कश्यप संहिता के अनुसार पिछले 3000 वर्ष से स्वर्ण प्राशन संस्कार करवाया जाना ज्ञात होता है |
उसी के अनुरूप आयुर्वेदाचार्य द्वारा पुष्य नक्षत्र पर वैदिक मंत्रों से अभिमन्त्रित कर इस दवा का निर्माण किया जाता है |
और इसका पुष्य नक्षत्र पर सेवन बालकों के शारीरिक मानसिक बोद्विक विकास के लिए उतम माना जाता है |
इसी भावनाओं को मध्य नजर रखते हुए कोशिश की जा रही है कि प्रतिमाह पुष्य नक्षत्र पर शिविर आयोजित कर स्वर्ण प्राशन करवाया जाये |
डाक्टर उपाध्याय ने बताया कि यह दवा पूर्ण रुपेण हर्बल है और आयुर्वेदिक वनोषधियों से आयुर्वेदाचार्य की देख रेख में पुष्य नक्षत्र पर वैदिक मंत्रों से अभिमन्त्रित कर बनाई जाती है |
जो कि स्वास्थ्य के लिए निरामय और अनुकूल है |
स्वर्ण भस्म वचा जटामांसी ब्राह्मी ब्राह्मी घृत एवं शहद के उतम संयोजन से बनाई जाती है |
इससे बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बल मेघा में वृद्धि होती है |
शिविर व्यवस्थापक आरोग्यम क्लीनिक के डाक्टर हिमेश उपाध्याय ने बताया कि हर माह पुष्य नक्षत्र पर हमारे क्लीनिक पर बच्चों को निशुल्क स्वर्ण प्राशन संस्कार करवाया जाता है इच्छुक अभिभावक अपने बच्चों को यह खुराक यहाँ आकर पिलवा सकते हैं |
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सामाजिक सरोकार के पहलुओं पर आपकी कवरेज बहुत ही शानदार हुआ करती है |
इससे जनहित में ऐसे आयोजन करने वाले आयोजकों का मनोबल बढता है |