बीएसएनएल के फोन, बिजली जाते ही हो जाते हैं मौन


रूण फखरूद्दीन खोखर

एक्सचेंजों में बैटरियों की है कमी

रूण- एक तरफ केंद्र सरकार प्राइवेट मोबाइल कंपनियों को बढ़ावा देती नजर आ रही है, मगर भारत संचार निगम लिमिटेड यानी बीएसएनएल जो वर्षों पुरानी भारतीय कंपनी है उस पर नजरें इनायत नहीं कर रही है ,

ऐसे में इस कंपनी से जुड़े हुए कई उपभोक्ताओं को नेटवर्क की समस्या होने की वजह से इस कंपनी से मोहभंग हो गया है और कंपनी को छोड़ दिया है। नागौर जिले में गांव रूण सहित आसपास के जिन गांवों में बीएसएनएल के मोबाइल टावर हैं वहां से जुड़े हुए उपभोक्ताओं के बिजली जाते ही फोन मौन हो जाते हैं। गांव रूण के बीएसएनएल आरडीएस फखरुद्दीन खोखर ने बताया गांव रूण में वर्षों पहले 60 मीटर ऊंचाई का टावर लगाया गया था,

जिसकी सेवाएं अच्छी होने की वजह से रूण सहित आसपास के गांव ढाणीयों के हजारों की संख्या में उपभोक्ता भारत संचार निगम लिमिटेड की लैंडलाइन और मोबाइल की इस सेवा से जुड़े और काफी वर्षों तक सेवा बहुत ही अच्छी रही, ऐसे में गांव में लैंडलाइन सेवा तो लगभग बंद हो चुकी है और मोबाइल सेवा कार्यरत है, मगर पिछले तीन-चार सालों से यहां पर बिजली जाने पर बेटरीयों से एक्सचेंज चलने की व्यवस्था बंद है , क्योंकि रूण सहित एक्सचेंजों में बेटरीयां पुरानी होने के साथ-साथ काफी स्थानों पर अज्ञात चोरों द्वारा चोरी भी कर ली गई थी, ऐसे में टावर सिर्फ बिजली के भरोसे से ही चल रहें है और उपभोक्ताओं को भी बिजली रहने तक ही सेवा मिल पाती है, ऐसे में नेटवर्क नहीं मिलने की वजह से कई उपभोक्ताओं ने इस सरकारी सेवा को छोड़कर प्राइवेट कंपनियों में अपनी सिम पोर्ट करवा ली, ऐसे में इन्हीं समस्याओं को मदेनजर नजर रखते हुए आरडीएस फखरुद्दीन खोखर ने नागौर मुख्यालय पर दूरसंचार विभाग के उपमहाप्रबंधक बृजेश कटारिया और सहायक महाप्रबंधक राजेश चौधरी से मुलाकात करके रूण, खजवाना, संखवास, हिलोड़ी,नोखा चांदावता सहित अन्य टावरों पर नेटवर्क सुधारने, भारतीय कंपनी की सेवा को जीवित रखने और इन एक्सचेंजों पर नई बैटरियां लगवाने के लिए ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में अवगत कराया गया है कि अगर गांवों में बीएसएनएल की दशा को सुधारा जाए और वंचित एक्सचेंजों में बेटरीयों की व्यवस्था हो जाए तो निश्चित रूप से एक बार फिर उपभोक्ताओं का रुझान बीएसएनएल की और हो जाएगा क्योंकि प्राइवेट कंपनियों की बजाय इस कंपनी में प्लांन सबसे सस्ते होने की वजह से उपभोक्ता बीएसएनल में रहना पसंद करते हैं।

इनका कहना है

नागौर जिले के सभी मोबाइल एक्सचेंजों में बेटरीयों की कमी को मदेनजर रखते हुए हमने केंद्र सरकार को उच्च अधिकारियों के माध्यम से पत्र लिखा था और अब बेटरीयों का आवंटन शुरू हो गया है और गांव रूण सहित अन्य गांवो में स्थित टावरों पर दीपावली के पहले पहले बैटरियां लगाने की प्लानिंग है।

बृजेश कटारिया
उपमहाप्रबंधक
भारत संचार निगम लिमिटेड नागौर

Aapno City News
Author: Aapno City News

Leave a Comment

advertisement
और पढ़ें
Voting Poll
राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव 2023 में कौन जीतेगा ?
  • Add your answer