रिपोर्टर–विमल पारीक
कुचामनसिटी।
श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकाण्ड के विरोध में बुधवार को कुचामन शहर में बंद का आह्वान सफल रहा। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर बंद को सफल बनाया।
सर्व समाज की अपील पर बंद का आह्वान किया था। जिसके बाद शहर के सभी बाजार बुधवार सुबह से ही बंद रहे। कनोई पार्क में सर्व समाज की बैठक रखी गई। जिसमें राजपूत समाज के युवा नेता विजय सिंह पलाड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार ने कुछ महीने पहले राजस्थान सरकार को अवगत भी कराया गया था कि गोगामेड़ी को मारने की प्लानिंग चल रही है। लेकिन राजस्थान सरकार की ओर से कोई ध्यान नही दिया गया। इस मौके पर राजपूत समाज के मनोहरसिंह रूपपुरा, हेमसिंह मेड़तिया, श्रीपाल सिंह रसाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
राजपूत करणी सेना के राजस्थान अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में दिनदहाड़े हत्या से पूरा राजपूत समाज ही नही सर्व समाज मे आक्रोशित है।सर्वसमाज के लोगों ने राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या की भर्त्सना की गई। साथ ही सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर आक्रोश जताते हुए हत्या करने वाले आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिए जाने की मांग की।
आक्रोशित लोगों ने इस संबंध में पुलिस पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस की लापरवाही की वजह से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या हुई है। एकत्र होने के बाद सभी लोग कुचामन के बाजारों की ओर बंद करवाने निकल पड़े।
इस अवसर पर विजेंद्रसिंह भावता, शूरवीर सिंह, राजेंद्र सिंह मुकेश सिंह, घनश्याम शर्मा, कमल राजोरिया, राजेंद्र कुमावत सहित अन्य लॉग मौजूद रहे।
पुलिस थाने के बाहर दिया ज्ञापन – दिनांक 5-12-23 को जयपुर शहर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी की गोली मार कर हत्या कर दी गई व राहगीर पर गोलियां मार कर उसका वाहन छीन कर अपराधी फरार हो गये। इस घटना की कुचामन शहर सर्व समाज बोर निंदा करता है पर यह है कि इस हत्याकाण्ड से पूर्व सुखदेव सिंह ने राज्य शासन को अपनी जान को खतरे के संबंध अवगत कराया था। इस घटना से सम्पूर्ण राजस्थान की जनता व युवा वर्ग में गंभीर आक्रोश, असंतोष व भय का वातावरण। व्याप्त हुआ है तथा शासन की आम जनता की सुरक्षा में लापरवाही उजागर हुई है। प्रदेश की शांति व्यवस्था में उत्पन्न हुए गंभीर अवरोध का निवारण सुनिश्चित करने के लिए उत्तरदायी प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति सुमुचित कार्यवाही हो एवं घटना में लिप्त अपराधियों को गिरफ्तार कर शीघ्र दंडित करावे जिससे आम जन की सुरक्षा के प्रति शासन की गम्भीरता सुनिश्चित हो सकें एवं आम जन का कानून के प्रति विश्वास बना रहे।