नॉर्थ वे रेलवे एम्पलॉईज यूनियन का 21वाँ वार्षिक अधिवेशन संपन्न
फुलेरा (दामोदर कुमावत)
नॉर्थ वे रेलवे एम्पलॉईज यूनियन के 21वें वार्षिक अधिवेशन का मुख्य सत्र रेलवे सामुदायिक केंद्र जगतपुरा में सम्पन्न हुआ। इसका उदघाटन ऑल इंडिया रेलवेमैन्स फैडरेशन के महासचिव और जे.सी.एम. स्टॉफ साईड के सचिव शिव गोपाल मिश्रा ने करते हुए कहा कि ए.आई.आर.एफ. और एन.डब्ल्यू.आर.ई.यू. के रहते कोई भी सरकार रेलों का निजीकरण नहीं कर सकती।
उन्होने कहा कि कि पिछले दो रेल मंत्रियों ने रेल कर्मचारियों के लिए नई पेन्शन नीति को समाप्त करके पुरानी पेन्शन योजना लागू करने की सिफारिश वित्त मंत्रालय को की थी। लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ। वर्तमान मे भी केंद्र सरकार सरकार एन.पी.एस. के लिए कोई निर्णय नहीं ले रही है, इसलिए ए.आई.आर.एफ. ने अपने अधिवेशन में प्रस्ताव पास करके निर्णय लिया था कि पुरानी पेंशन योजना के लिए संयुक्त फोरम बनाकर देशव्यापी आंदोलन करेंगे। उसी कड़ी मे वर्ष भर हमने केंद्र सरकार के समक्ष अपने रोष को प्रकट किया है।
जब तक एन.पी.एस. बन्द करने का निर्णय नहीं हो जाता रेल कर्मचारी देश व्यापी आन्दोलन करते रहेगे। 21/22 नवम्बर 2023 को 98 प्रतिशत कर्मचारियों में इस मुद्दे को लेकर प्रस्तावित हड़ताल के पक्ष में आपना मतदान किया है। इसी क्रम में 8 से 11 जनवरी 2023 तक पूरे देश में क्रमिक भूख हड़ताल करने का निर्णय भी हमने किया है। इसके बाद हड़ताल की तिथि निर्धारित होगी और उसका नोटिस दिया जाएगा।
ए.आई.आर.एफ. के कार्यकारी अध्यक्ष जे.आर. भौंसले ने कहा कि विभिन्न वेतन आयोग के माध्यम से रेल कर्मचारी सहित केंद्रीय कर्मचारियों को वेतन एवं भत्तों में उल्लेखनीय सुधार एआईआरएफ़ ने कराया है। उन्होने कहा कि रेलवे मे 2.5 लाख पद रिक्त है, सरकार को इनको भरने की कार्यवाही करनी चाहिए। रनिंग एवं ट्रैकमेंटेंनर सहित सहित विभिन्न केटेगरी के कर्मचारियों की बकाया मांगों पर सरकार को शीघ्र निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि ए.आई.आर.एफ. के प्रयासों से सभी ग्रुप ’सी’ कर्मचारियों को रात्रि ड्यूटी भत्ता और पर्यवेक्षकों को लेवल- 8 व 9 का लाभ दिलवाने का ऐतिहासिक कार्य एआईआरएफ़ ने करवाया है, अभी बकाया कोटियों के बारे मे भी कार्यवाही किए जाने की मांग हमने की है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ ने मुख्य अतिथि के रूप में कान्फ्रेंस में उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे के समक्ष भारी चुनौतियाँ है, हमे इसके ग्राहकों की संतुष्टि के साथ-साथ उत्तरोतर विकास की दिशा मे बढ्ने के लिए एक टीम के रूप मे कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि इस रेलवे की प्रगति में यूनियन का प्रमुख योगदान है एवं प्रशासन द्वारा रेल कर्मचारियों के कल्याण की दिशा में यथासंभव कार्यवाही की जाएगी। यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए गत एक वर्ष की यूनियनों की गतिविधियों के साथ-साथ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य, रेल कर्मचारियों की विभिन्न मांगों, विभिन्न चुनौतियाँ, यूनियन के महिला एवं युवा विंग तथा विभिन्न मण्डल, कारखानो द्वारासमय-समय पर संचालित की गई गति विधियों के बारे मे विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। ज़ोनल कोषाध्यक्ष विपुल सक्सेना ने आय-व्यय का लेख- जोखा प्रस्तुत किया। विभिन्न मांगो का प्रस्ताव साथी मोहन चेलानी द्वारा प्रस्तुत किया गया तथा मनोज परिहार ने इसका समर्थन किया। प्रस्ताव में रेल कर्मचारियों के लिए बोनस की सीमा समाप्त करने, पुरानी पेन्शन लागू करने, कर्मचारियों की ड्यूटी 8 घण्टे सीमित करने, जी.डी.सी.ई. की चौथी अधिसूचना शीघ्र जारी करने, कारखानों में आउट सोर्सिंग रोकने, 18 माह का महंगाई भत्ते का एरियर भुगतान, मान्यता के चुनाव शीघ्र करवाने, रिस्क एवं हार्ड ड्यूटी भत्ते में सुधार करने, सीधी भर्ती कोटा कम करके एल.डी.सी.ई. ओपन करने, सेफ्टी गियर्स उपलब्ध करवाने, रनिंग भत्ते को आयकर से मुक्त करने, ट्रैक मेंटेनर/पाइंट्स मेन कोटि के कर्मचारियों को लेवल-6 तक की पदोन्नति देने, सभी कोटि के पर्यवेक्षक को लेवल-8 व 9 प्रदान करने, पेट्रोलिंग को 12 किमी किए जाने, ग्रुप बीमा योजना की राशि दस लाख करने, महिलाओं को कार्यस्थल पर सुरक्षा व सुविधाऐं प्रदान करने, रेलवे आवासों के रख-रखाव के लिए पर्याप्त फण्ड जारी करने, चिकित्सा सुविधाओं में सुधार करने आदि की मांग की।कान्फ्रेंस की अध्यक्षता ज़ोनल अध्यक्ष अरुण गुप्ता ने की। कार्यक्रम के अंत में ज़ोनल कार्यकारी अध्यक्ष विनीत मान का सेवानिवृत्ति अभिनंदन किया गया जिसमें उन्हे यूनियन की वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा माला, शॉल एवं प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर साथी शिव गोपाल मिश्रा, जे आर भोसले, मुकेश माथुर , के एस अहलावत, मुकेश चतुर्वेदी, सुभाष पारीक राजीव सारण आदि ने उनकी यूनियन के प्रति सेवाओं को सराहा। साथी विनीत मान ने सभी का आभार व्यक्त किया।