[बाबूलाल सैनी] पादूकलां। कस्बे सहित आसपास ग्रामीण अंचल में शुक्रवार को घने कोहरे व शीतले से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया शीत लहर का असर जारी रहा। कापने वाली ठंड में ग्रामीणों सहित मुख्य जानवरों के हालत बेहाल हो गए हैं
पांचवें दिन भी सुबह ठंडी हवा को गोरी के छाए रहने के चलते वहां धारी को खासी दिक्कतों का सामना करना बाद दोपहर बाद जब सूर्य देव के दर्शन हुए तो आमजन को हल्की रात मिली लेकिन शाम होते होते चली शीतलहर ने लोगों को वापस घरों में दुबकने पर विवश कर दिया। सुबह अलाव जलाकर सर्दी का बचाव का जतन करते हुए नजर आए ग्रामीण व युवा वही लोग जगह जगह सर्दी से बचाव के लिए अलाव तापते नजर आए और गर्म कपड़े में नजर आए। बाजारों में चाय की थड़ी कचोरी पड़ी की दुकानों पर लगी भीड़ देखने को मिली।