पुरे हाट बाजार की चार दीवार खंडर में तब्दील होते हुए, उसपर बने भवनों की छतो उग आई घास,
संबंधित विभाग की अन देखी के चलते यमना स्वरूप बनास नदी हुई बदहाल फेला जल कुम्भी का जाल
नाथद्वारा (के के ग्वाल जी) वल्लभ सम प्रदाय की प्रधान पीठ नाथद्वारा नगर में विकास के नाम पर दोनो पार्टियों की सरकारों ने नाथद्वारा नगर विकास के लिए वल्लभ कुल परिवार के परम् पूज्य श्री तिलकायत महाराज श्री से शिक्षा , चिकित्सा, सड़क, सुविधा के लिए भवन, भूमि के लिए मंदिर मंडल द्वारा हजारों करोड़ों की बैश कीमती जमीन सरकार को उपलब्ध कराने के उपरान्त भी विकास के नाम पर फ्याक्दी का नाम गुलसफा रहा
जिसके चलते ही तिलकायत महाराज श्री की आज्ञा से नाथद्वारा।विकास के मन्दिर अधीनस्थ लाल बाग के पास स्थित करोड़ों रुपए की बेस कीमती जमीन को नगर विकास के लिए हाट बाजार निर्माण हेतु दी गई जिस पर तत्कालिन सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर हाट बाजार का निमार्ण कार्य करवाया गया जिस पर कुछ वर्ष तक तो संबंधित विभाग के द्वारा एक दो बार मेले का अयोजन किया गया उसके बाद इसका रख रखाव रखने वाले वाला कोइ नहि है जिसके चलते मन्दिर मंडल की बेस कीमती जमीन पर बनी इस भव्य हाट बाजार की बिल्डिंग की दुर्दशा जिस पर बिल्डिग पर बने भवनों की छतो पर घास फूस, बैले उग आई है जगह जगह से दिवाले ध्वस्त हो गई है
जिसको लेकर को मन्दिर मंडल के संबंधित अधिकारियों से जानकारी चाहने पर बताया गया है कि मन्दिर मंडल द्वारा जन हित में है हाट बाजार के लिए संबंधित विभाग को उपलब्ध करवा दी गई है जिसका रख रखाव की सारी जवाबदारी संबंधित विभाग की हे इस मे मंदिर मंडल क्या कर सकता है,गौर तलब है कि नाथद्वारा नगर में विकास के लिए तिलकायत महाराज श्री की आज्ञा से मन्दिर मंडल द्वारा शिक्षा चिकित्सा के लिए भूमि भवन उपलब्ध करवाए गए हैं, उसके उपरान्त ही किसी भी सरकार ने श्रीनाथजी मन्दिर में दर्शन करने आने वाले वैष्णव जन सहित श्रद्धालु पर्यटकों के लिए आवश्यक मूल भूत साधन सुविधाओ में पार्किग, बाथरूम, शोचालय , के साथ सार्वजनिक पीने की पानी सुविधा के साथ ही बारिश गर्मी से राहत पाने के लिए कोइ व्यवस्था उपलब्ध नहीं होने आने वाले हर एक को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जबकि नाथद्वारा नगर में देश भर से राष्ट्रीय स्तर सहित प्रदेश स्तर के राज नेताओ, मंत्रियों, उच्च स्तर के अधिकारियों का श्रीनाथ जी के दर्शन करने आने पर नगर के बुद्धिजीवी, प्रबुद्ध वर्ग, जागरुक लोगो, गणमान्य व्यक्तियो सहित स्थानीय संग संगठन मंच मोर्चा, राष्ट्रीय पार्टियो के स्थानिक पधाधिकारी द्वारा नगर में आवश्यक मूल भूत सुविधाओ, जैसी समस्याओं के बारे में अवगत कराने के उपरान्त भी नतीजा केवल आश्वासन दिया जाता है। इस अवसर पर कई लोगो ने तिलकायत महाराज श्री से निवेदन किया गया है कि वर्तमान समय में श्रीनाथजी मंदिर में सरकारी कर्मचारियों, नेताओं, अफसरों का दखल अंदाजी, दीन वे दीन बढ़ती जा रही है जिसके चलते हजारों रुपए खर्च कर आरती के दर्शन करने के लिए आते हैं उनको नज़र अंदाज किया जा रहा है, ओर पहले सरकारी कर्मचारियों नेताओं अफसरों को सहज दर्शन लाभ दिलाया जा रहा है जिसके चलते आम आदमी सहित वेसनव जन का मोह भंग होते हुए सवरियाजी ब्रज की ओर रूझान बढ़ता जा रहा है, मंदिर का हालात दीन ब दिन बिगड़ते जा रहे हैं, सरकारी कर्मचारियों नेताओं अफसरों को दर्शन लाभ के साथ लाखो रुपए का प्रशाद निशुल्क दिया जा रहा है, जबकि मन्दिर मंडल में कार्य करने वाले कर्मचारियों, ठाकुर जी के साथ आए ब्रजवासी सेवा वालो सहित उनके परिवार वालों को, स्थानिय नगर वासियों को सहज दर्शन लाभ मिलना दुश्वार हो गया है, जिसके चलते लोगो का मोह भग हो रहा है लोगो ने बड़े आक्रोश के साथ बताया कि तिलकायात महाराज श्री ने जिन लोगों को दर्शन व्यवस्था में लगाया है उनका व्यवहार सरकारी कर्मचारियों नेताओं अफसरों पर मेहरबान है ओर सेवा वालो, कर्मचारियों, व स्थानीय लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है जो अ शोभनीय है उस पर तिलकायत महाराज श्री द्वारा अंकुश लगाना आवशयक है, बाकी घर का पुट कुंवारा डोले, पड़ोसी रा फेरा वाली कहावत चरितार्थ हो रही हैं।