रूण फखरुद्दीन खोखर
रूण-निकटवर्ती गांव भटनोखा में सत्संग का आयोजन हुआ। इस मौके पर जोधपुर से आए संत हीरादास और संत भुरादास महाराज का गालवा फार्म हाउस पर महिलाओं और पुरुषो ने राजस्थानी परंपरा के अनुसार स्वागत किया। इस मौके पर संत हीरादास महाराज ने कहा कि पापों से मुक्ति का एकमात्र उपाय है ईश्वर की भक्ति करना और समय-समय पर घरों में सत्संग करवाना, इन्होंने कहा कि सत्संग के सुनने से ही बड़े-बड़े पापों से मुक्ति मिल जाती है,
इसी प्रकार घरों में समय निकालकर रोजाना ईश्वर भक्ति करने से सभी तरह के संकट दूर होते हैं, आगे इन्होंने कहा कि अगर आप किसी का भला चाहते हो तो आप किसी का बुरा मत करो, किसी व्यक्ति के हाथ, आंख और जुबान से किसी दूसरे व्यक्ति को तकलीफ होती है तो वह सच्चा इंसान नहीं है सभी धर्म में महापुरुषों ने अपने जीवन को सच्चाई के रास्ते पर चलकर प्रेम मोहब्बत से रहने का संदेश दिया है।
इस मौके पर भूरादास महाराज ने कहा कि आज के दौर में पढ़ाई का बहुत महत्व है इसीलिए हमें अपने बच्चों को पढ़ाई करने में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, अगर एक महिला पढ़ लिखकर योग्य बनती है तो दो परिवार सुधारते हैं,इस मौके पर इन दोनों संत महात्माओं ने एक से बढ़कर एक गुरुवाणी, अमृतवाणी और अन्य भजन सुनाकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर हिम्मताराम गालवा, मुकेश, दिनेश, अर्जुनराम,चैनाराम, भगवतराम, भैरूसिंह, रामरतन, जगराम फिड़ौदा,चुनाराम काला सहित काफी ग्रामीण मौजूद थे।