भामाशाह एंव सेवादारों को संतो के साथ शालओढ़ाकर किया सम्मानित।
दूर दराज के संतो मंहतो ने की शिरकत।
फुलेरा (दामोदर कुमावत) श्री राम नगर स्थित श्री दादू आश्रम पर संत राम प्रकाश स्वामी के सानिध्य में चल रहे त्रयोदशी श्री गुरु पूर्णिमा व चातुर्मास सत्संग ज्ञानयज्ञ समारोह का संतो महंतों के सानिध्य में दादू वाणी प्रवचन महा आरती एवं विशाल भंडारे के साथ समापन हुआ।
इस अवसर पर संत रामानंद, गोवर्धन दास बिचुन, संत केशव दास पाटन, संत नारायण दास सिरसा, संत हनुमान दास सांगानेर तथा श्रवण दास ढींढा आदि संतों ने शिरकत की, इस मौके पर दादू आश्रम व्यास पीठ महंत रामप्रकाश स्वामी एवं व्यवस्थापक धर्मदासस्वामी ने भामाशाह,सहयोगियों व सेवादारों को अतिथि संतो केसाथ माला व शालओढ़ा कर सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व व्यासपीठ से संगीताच़ार्य संत रामप्रकाश स्वामी ने प्रातः10:बजे से 12: बजे तक श्री ज्ञान यज्ञ, श्री मद्दादूवाणी,प्रवचन,व सत्संग के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं को बताया कि, दादू परमार्थ को सब किया, आप स्वार्थ नाहीं। परमेश्वर परमार्थी के साधु कली माही। यह वक्तव्य श्रीमद् दादू वाणी महान ग्रंथ में संत शिरोमणि ब्रह्मऋषि दादू दयाल जी महाराज ने कहे हैं ,
संत रामप्रकाश महाराज ने सत्संग के दौरान बताया कि इस संसार में परमात्मा के अंश संत और भक्त हैं, परमात्मा इनको तन से मन से और वाणी से पुरुषार्थ करने के लिए इस लोक में भेजते हैं न कि स्वयं के स्वार्थ के लिए, इसलिए परमात्मा की कृति संत, वृक्ष, जलाशय आदि परमार्थ के लिए स्वरूप धारण करते हैं। उन्होंने कहा कि साधक को ईश्वरीय साधना का चिंतन करते हुए परमात्मा में विश्वास कर स्मरण करना चाहिए। इसी के साथ संतो महंतों दूरदराज से पधारे गण मान्य लोगों के सानिध्य में श्रीमद् दादू वाणी पोथी पूजा व महाआरती के बाद प्रसादी भोग लगाकर विशाल भंडारे काआयोजन किया गया,
जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने शिरकत कर आयोजन को सफल बनाया, इस अवसर पर दादू आश्रम महंत राम प्रकाशमहाराज एवं अतिथि संतों ने फुलेराकस्बा वआस पास के क्षेत्र की सुख, समृद्धि, विकास और खुश हाली के लिए प्रार्थना कर भाई चारे और प्रेम की कामना की।दादू आश्रम व्यवस्थापक धर्म दास स्वामी ने बताया कि आज भारी संख्या में दूर दराज व स्थानीय नर,नारी,युवा जन श्रद्धालु उपस्थित रह कर आयोजन को सफल बनाया।