विभिन्न मंदिर की रेवड़ियां पहुंची सार्वजनिक तालाब में
पादूकलां। ( रविशंकर जोशी/दीपेंद्र सिंह राठौड़)
जल झूलनी एकादशी पर शनिवार की शाम ठाकुरजी के मंदिरों से भगवान अपने विमान में विराजित होकर जलविहार के लिए निकले ।सभी मंदिरों से भगवान के विमान रेवाड़ी स्थल पर पहुंचे जहां भगवान को जल स्नान करवाने के पश्चात श्रद्धालुओं ने सार्वजनिक तालाब स्थल पर महा आरती एवं पूजा अर्चना की सूर्यास्त के दौरान भगवान पुन गाजे बाजे के साथ अपने मंदिरों की और रवाना हुए ।
भगवान के रेवड़ियां गांव की महिलऐं मंगल गीत व भजन र्कीतिन करती हुई सार्वजनिक तालाब के किनारे भगवान को स्नान करवा कर पुजा अर्चना कर भजनों की प्रस्तुतियां दी इस बार डीजे की धुन पर नाचते गाते फिरते हुए श्रद्धालु भगवान को पालकी बैठाकर नगर भ्रमण कराया और सार्वजनिक तालाब भगवान की पालकी पहुंची वहां भगवान को स्नान करवाया भगवान कृष्ण के अनेक प्रकार के भजन प्रस्तुत किए महा आरती के बाद प्रसाद वितरण किया। महा आरती का आयोंजन किया गया।
भगवान को पालकी में बैठाकर सुखदेव गौड़ ने बाताया कि युवा गौ सेवा संगठन के सदस्य व चार भूजा नवयुवकमण्डल एंव सभी मंण्डलों व युवा शक्ति द्वारा अपने कंधों पर बिठाकर रेवाङी निकाली। भगवान ठाकुर जी नगर भ्रमण करवाया और महिलाओं ने भी नृत्य किया भगवान को रिजाया इसी दौरान प्रसाद वितरण किया गया। गांव में खुशहाली और परिवार की खुशहाली कामना की इस बार मंदिरों में भीड़ लगी भक्तों इसी तहत डोडियाना ,लाम्पोलाई, पादू खुर्द ,मेवडा ,बिखरनियांकलां ,अरनियाला,बग्गड गांवों बडे धुमधाम से जलजुलनी एकादशी पर्व बनाया और साथ ही भगवान को प्रसाद चढाया भक्तोंर ने भगवानसे देश एंव गांव में खुशहाली कामना की लकी में बिठाकर नगर भ्रमण कराया श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे पांव रखने की भी जगह नहीं मिली।
आज अभी परवान पर रहा रेवड़ियों में विराजे भगवान सभी श्रद्धालुओं को सुख समृद्धि की मनोकामना पूर्ण करने का आशीर्वाद प्रदान किया है । हाथीघोडा पालकी जय कन्हैया लाल की की जय हो जयकारे लगाये नगर भ्रमण कवाकर सार्वजनिक तालाब में भगवान को स्नासन कवाकर विधिवत पूजा अर्चना कर महा आरती कर प्रसाद वितरण किया ।