पादूकलां। (दीपेंद्र सिंह राठौड़) कस्बे सहित आसपास ग्रामीण आंचल में शनिवार को शारदीय नवरात्रा के महा नवमी पर्व बड़ी धूमधाम से बनाया गया। चारभुजा मित्र मंडल के तत्वाधान में नौवे दिन मां सिद्धिदात्री की विधि विधान से पूजा अर्चना की गई।
इस दिन महागौरी और सिद्धिदात्री दोनों देवियों की पूजा अर्चना की। मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही सुख, सौभाग्य एवं आय में बढ़ोतरी होती है। साधक श्रद्धा भाव से नवमी तिथि पर मां सिद्धिदात्री की पूजा-भक्ति करते हैं।
कन्या पूजन भी किया गया। साथ में ही कन्या भोज करवाया गया। विधि विधान से रोली मोली माला तिलक लगाकर कन्याओं को पुरस्कार की वितरण किया गया। सभी घरों में कन्या पूजन किया। चारभुजा मित्र मंडल के कार्यकर्ता व सदस्यों ने बताया कि करीबन 251 नन्ही बालिकाओं को कन्या पूजन व कन्या भोज करवाया कन्याओं को मां जगदंबा की लाल चुनरी ओडाई बड़ी संख्या में बालिकाएं मौजूद रहीआचार्य पंडि़त हस्तीमल उपाध्याय ने कन्या का पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में नारी का सर्वोच्च स्थान रहा है।
वैदिक काल में अनेक विदुषियां हुई है। उपाध्याय ने कहा कि आज भी दुनिया का ऐसा कोई स्थान नहीं जहां हमारे देश की नारियों ने पूछा स्थान प्राप्त न किया हो। जिन्होंने ज्ञान, शिक्षा, खेल विज्ञान व सहित अनेक स्थानों पर नारी ने अपना स्थान बनाया है। जहां नारी का स्मान होता है वहां देवता निवास होता हैं। आवश्यकता इस बात की है कि हमारी सनातन परंपरा बनी रहनी चाहिए इस दौरान चारभुजा मित्र मंडल के सदस्य एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।