पत्रकार बाबूलाल सैनी
लक्ष्मणगढ़ 10 जनवरी। करीब 74 दिन के सत्याग्रह व 11 दिन की जेल यात्रा ने डॉ दुर्गा शंकर सैनी की पहचान प्रदेश में संघर्षशील चिकित्सक नेता व जनसेवक के रुप में कायम की है। डॉ सैनी जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के बाहर वर्ष 2007 में राज्य के 6000 डाक्टर्स, नर्सेज,चिकित्साकर्मी के साथ चिकित्सा क्षेत्र के इतिहास के सबसे बड़े सत्याग्रह आंदोलन किया ।
संयोजक के रुप में डॉ सैनी के नेतृत्व में उक्त आंदोलन 74 दिनों तक चला जिसमें डाक्टर, नर्सेज आदि को स्थाई नियुक्ति मुख्य मांग थी ।जो सफलता पूर्ण पूर्ण हो गई इसके बाद 2011 में एक बार फिर चिकित्सकों की मांगों के लिए गांधीगिरी का सहारा लिया तथा प्रदेश के 6000 चिकित्सकों के सामूहिक इस्तीफ़े देकर 11 दिन की जेल यात्रा केंद्रीय जेल जयपुर और सीकर भोगी। संयोग था कि इनका ससुराल भी सीकर था ।
शुरूआती दौर में वर्ष 2003 से 08 तक बांसवाड़ा में अस्थाई सरकारी नौकरी के दौरान आदिवासी समुदाय की सेवा में जूट गये तथा इसी दौरान 2008 कोटा में स्थायी सरकारी नौकरी के दौरान अरण्ड खेडा, लाडपुरा कैथून में पदस्थापित रहते हुए ग्रामीण सेवा, पर्यावरण, स्वच्छता, स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाया। चिकित्सा सेवा में निःशुल्क इलाज डॉ सैनी की पहली प्राथमिकता रही तथा जरूरतमंदों को आर्थिक मदद भी स्वयं के वेतन से करते हैं। डॉ सैनी ने कोटा, बांसवाड़ा व जयपुर में पदस्थापित रहते हुए बेटी बचाओ अभियान, रक्तदान शिविर, नेत्रदान संकल्प, जन्मोत्सव व अन्य उत्सवों पर पौधारोपण, स्वच्छता, गौसेवा, मरीज सेवा जैसे सेवा संकल्प अभियान में अहम भूमिका निभाई। शीतल पेय जल के लिए शहर में जगह-जगह व्यवस्था करना, रेलवे स्टेशन व फुटपाथ पर रहने वालों के लिए रैन बसेरा की सुविधा मुहैया कराना इनके अलावा हवाई सेवा मुद्दा, सर्विलांस कैमरे, रूद्राक्ष प्रकरण, आठवां फेरा बेटी बचाओ, पेड़ लगाओ,पोलिथिन मुक्ति, अमृत जलम, स्वास्थ्य परख झांकियां, तिरंगा दीपक अभियान,, बहुरंगी दीपक अभियान,मृत्यु भोज बंद करने की शपथ,भगवा दीपक अभियान सहित विभिन्न सामाजिक, सार्वजनिक, सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यों में अपनी सेवाएं देने में अहम भूमिका निभाने वाले डॉ दुर्गा शंकर सैनी ने सियासत की पारी के जरिए जनसेवा का दायरा बढ़ाने की भी मंशा है ।पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद स्व. मदनलाल सैनी के दामाद डॉ दुर्गा शंकर सैनी विभिन्न संगठनों से जुड़कर सेवा कार्यों में जूटे हुए हैं ।