होम्योपैथी के जनक डॉ. सेम्युअल हैनीमेन की 270वीं जयंती डॉ अशोक कुमार लाडुणा के नेतृत्व जयपुर में बनाई गई

विश्व होम्योपैथी दिवस पर भव्य समारोह का आयोजन

विश्व होम्योपैथी दिवस: एक नई शुरुआत

होम्योपैथी के जनक की जयंती पर भव्य समारोह

होम्योपैथी की प्रासंगिकता और भविष्य की संभावनाएं

विश्व होम्योपैथी दिवस पर डॉ. अशोक कुमार लाडुणा के नेतृत्व में भव्य आयोजन

होम्योपैथी: एक प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति का जश्न

विश्व होम्योपैथी दिवस पर जिला स्तरीय सेमिनार का वह आयोजन

जयपुर (तेजाराम लाडणवा)

भारतीय होम्योपैथिक चिकित्सक संस्थान (IIHP), जयपुर द्वारा  होम्योपैथी के जनक डॉ. सेम्युअल हैनीमेन की 270वीं जयंती पर एकदिवसीय जिला सेमिनार का होटल रॉयल ललित जयपुर में आयोजन किया गया।
संस्था के अध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार लाडुणा के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों ने अपनी उपस्थिति से शोभा बढ़ाई, जिनमें प्रदीप बोराड़ (सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी), डॉ. टी. पी. यादव  (रजिस्ट्रार, आरबीएचएम), डॉ. दिलीप सोनी और डॉ. अमित खंडेलवाल  शामिल थे।
होम्योपैथी की प्रासंगिकता और भविष्य की संभावनाएं कार्यक्रम में होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति की प्रासंगिकता, वर्तमान योगदान और भविष्य की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया गया। वक्ताओं ने होम्योपैथी के वैज्ञानिक आधार, इसके बढ़ते वैश्विक प्रभाव और चिकित्सा के क्षेत्र में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
इस क्षेत्र में हो रहे शोध, नवाचार और समाज के प्रति सेवाओं को लेकर विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए। विशेषज्ञों ने होम्योपैथी के क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी, नई तकनीकों का समावेश और समग्र स्वास्थ्य दृष्टिकोण को आवश्यक बताया।
कार्यक्रम के दौरान छात्रों द्वारा प्रस्तुत शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियों ने उपस्थितजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

होम्योपैथी दुनिया के 100 से अधिक देशों में अपनाई जा रही है, और भारत होम्योपैथी के क्षेत्र में विश्व का अग्रणी देश है।
होम्योपैथी केंद्रीय परिषद अधिनियम, 1973 के तहत भारत में एक मान्यता प्राप्त चिकित्सा प्रणाली है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि बिना वैकल्पिक और परंपरागत औषधियों को बढ़ावा दिए सार्वभौमिक स्वास्थ्य के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकता है, और वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों में विश्व में होम्योपैथी का प्रमुख स्थान है।
कार्यक्रम के अंत में, सभी अतिथियों ने संस्था द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और चिकित्सा के इस पथ में निरंतर प्रगति की कामना की। इस प्रकार, विश्व होम्योपैथी दिवस पर आयोजित इस भव्य समारोह ने होम्योपैथी के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत की और लोगों को इस प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति के प्रति जागरूक किया।

Aapno City News
Author: Aapno City News

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