

मेड़ता सिटी तेजाराम लाडणवा
राजकीय संस्कृत विद्यालय में जल मंदिर का उद्घाटन एक महत्वपूर्ण अवसर पर हुआ। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय पीठ रेण के पिठाधिष्वर आचार्य सज्जनराम महाराज ने कहा कि जल को बचाना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जल है तो कल है, जल के बिना जीवन संकट में आ जाएगा।
लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष रामावतार चितलांगिया ने कहा कि जल ही जीवन है। उन्होंने कहा कि जल के बिना कुछ भी संभव नहीं है। उन्होंने जल संरक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि हमें जल को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
जल मंदिर का उद्घाटन आचार्य सज्जनराम महाराज और नगर के भामाशाह और गणमान्य लोगों के हाथों किया गया। इस जल मंदिर को स्वर्गीय नेमीचंद तोषनीवाल की स्मृति में उनकी धर्मपत्नी अनुराधा तोषनीवाल और विष्णुगोपाल माधुरी तोषनीवाल पुत्र पुत्रवधु सीता देवी तोषनीवाल चेरिटेबल ट्रस्ट कोलकाता और प्रेरक डॉ रामगोपाल जाट द्वारा करवाया गया है।
इस अवसर पर रेन रामस्नेही सम्प्रदाय पीठ के संत श्री 1008 सज्जनराम महाराज, लघु उद्योग भारती मेड़ता इकाई के अध्यक्ष राम अवतार चितलांगिया, मेडता ब्लॉक शिक्षा अधिकारी गोविंद राम बेड़ा, ब्लॉक साक्षरता समन्वयक रमेश पारीक, मेड़ता कृषि मंडी विकास सेवा समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश तेतरवाल, संस्कृत विद्यालय लाम्बा जाटान के प्रधानाचार्य शिवराज बिश्नोई और अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।


Author: Aapno City News
