
पादूकलां। गांव की आबादी करीब 20 हजार है। इसके बावजूद आज तक यहां आधार सेवा केंद्र वापसी नहीं खुला। इससे ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। बच्चों और विद्यार्थियों को आधार कार्ड बनवाने या अपडेट करवाने के लिए 25 से 30 किलोमीटर दूर मेड़ता सिटी जाना पड़ता है। यह सफर मुश्किल और खतरनाक होता है।

गांव में करीब 10 से 12 निजी विद्यालय हैं। दो से तीन सरकारी स्कूल भी हैं। बच्चों को नाम, मोबाइल नंबर और पता बदलवाने के लिए आधार केंद्र की जरूरत होती है। बारिश के दिनों में यह परेशानी और बढ़ जाती है। पहले गांव में एक आधार सेवा केंद्र था, लेकिन वह भी बंद हो गया। तब से ग्रामीणों को बार-बार दूर जाना पड़ रहा है। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है।पादूकलां सर्कल में 80 से 85 गांव आते हैं। इन सभी को आधार से जुड़ी सेवाओं के लिए मेड़ता सिटी जाना पड़ता है। गांव के पास ही रिया बड़ी आईटी केंद्र का कार्यालय है, जो सिर्फ 10 किलोमीटर दूर है। इसके बावजूद आईटी डिपार्टमेंट ने यहां आधार केंद्र खोलने की जरूरत नहीं समझी।
करीब 85 गांवों की कनेक्टिविटी वाला पादूकलां आज भी आधार सेवा केंद्र के लिए वंचित है। इससे छोटे गांवों में भी आधार केंद्र चालू हैं। किस आधार पर ये केंद्र खोले गए, यह ग्रामीणों की समझ से बाहर है। इतना बड़ा कस्बा होने के बावजूद यहां आधार केंद्र शुरू करने की कोई पहल नहीं हुई।ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की, लेकिन विभाग के अधिकारियों ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। एक्सपर्ट ने बताया कि आधार सेवा केंद्र जारी होने के बाद उसे चलाना मुश्किल होता है। कई बार तकनीकी समस्याओं के कारण सेवाएं बंद हो जाती हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द से जल्द गांव में आधार केंद्र खोला जाए।


Author: Aapno City News
