शबे कद्र की 27वीं रात में मोमिनो ने जागकर की इबादत खुदा की बारगाह में उठे हाथ

रूण फखरुद्दीन खोखर रूण-रमजान के पवित्र महीने में 27वीं रात को शबे कद्र की रात कहा जाता है और यह रात सबसे अफजल (अव्वल)रात मानी जाती है। गौसिया जामामस्जिद इंदिरा कॉलोनी रूण के पेश इमाम हाफिज बिलालअली, मदीना जामा मस्जिद के पैश इमाम मो.इकराम , अशरफी जामा मस्जिद के पैश इमाम मोहम्मद राशिद ने बताया … Read more